हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित परंपरा "ग़ेरर अल-हिकम" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال امیرالمؤمنين علیه السلام:
مَن لم يُجازِ الإساءَةَ بالإحسانِ فليسَ مِن الكِرامِ
अमीरुल मोमिनीन हज़रत अली (अ) ने फ़रमाया:
जो व्यक्ति बुराई का बदला भलाई से नहीं देता, वह उच्च श्रेणी के लोगों में नहीं गिना जाएगा।
ग़िरर अल-हिकम: 8958
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